शास्त्रीय भाषा के लाभ

  • सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण: शास्त्रीय भाषा का दर्जा भाषा के प्राचीन साहित्य, कला और संस्कृति को संरक्षित करने में मदद करता है।
  • अध्ययन और अनुसंधान को बढ़ावा: यह दर्जा भाषा के गहन अध्ययन और अनुसंधान के लिए अधिक संसाधन और अवसर प्रदान करता है।
  • पहचान और गौरव: शास्त्रीय भाषा का दर्जा भाषा बोलने वाले समुदाय को एक विशिष्ट पहचान और गौरव प्रदान करता है।
  • पर्यटन को बढ़ावा: समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत पर्यटकों को आकर्षित कर सकती है।
  • शिक्षा में महत्व: शास्त्रीय भाषाओं को शिक्षा प्रणाली में अधिक महत्व दिया जा सकता है।
  • सरकारी सहायता: इन भाषाओं के विकास और संरक्षण के लिए सरकार द्वारा विशेष निधि और योजनाएँ आवंटित की जाती हैं।