अन्य शास्त्रीय भाषाएँ – उन्होंने क्या लाभ प्राप्त किए

अन्य शास्त्रीय भाषाओं जैसे तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और ओड़िया ने शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त करने के बाद कई लाभ प्राप्त किए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • सरकारी वित्तीय सहायता: इन भाषाओं के विकास और अनुसंधान के लिए केंद्र सरकार से विशेष वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है।
  • शैक्षणिक संस्थानों में उत्कृष्टता केंद्र: इन भाषाओं में अध्ययन और अनुसंधान के लिए विश्वविद्यालयों में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए गए हैं।
  • पुरस्कार और सम्मान: इन भाषाओं के विद्वानों और लेखकों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार और सम्मान मिले हैं।
  • साहित्य और संस्कृति का प्रचार: इन भाषाओं के साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और उत्सव आयोजित किए जाते हैं।
  • पर्यटन में वृद्धि: समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण इन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिला है।
  • रोजगार के अवसर: इन भाषाओं के ज्ञान के साथ अनुवाद, व्याख्या और शिक्षण के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़े हैं।